घरेलू मसालों के गुण अगर हमें यह पता चल जाए कि किस पदार्थ में कौन से औषधीय गुण हैं तो हम स्वस्थ रह सकते हैं। स्वस्थ रहकर हम दीर्घायु प्राप्त कर सकते हैं। हमें प्रकृति द्वारा उत्पादित प्रत्येक वस्तु का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए तथा उसका उचित उपभोग करके उसका पूरा लाभ उठाना चाहिए।
![घरेलू मसालों के गुण [Properties Of Home Spices] 1 घरेलु मसालों के औषधीय गुण [ gharelu masaalon ke aushadheey gun ]](https://freeilaj.com/wp-content/uploads/2022/03/garelu-masala.jpg)
घरेलू मसालों के गुण [Properties Of Home Spices]
अजवायन (Oregano)
- इसके सेवन से शरीर से अपशिष्ट कम होता है।
- ठंड से जुड़ी सभी बीमारियों से बचाता है।
- बुखार से राहत दिलाता है.
- खांसी से राहत दिलाता है.
- दर्द वाली जगह पर अजवायन लगाने से फायदा होता है।
- अजवायन का अर्क बच्चों के पेट से कीड़े निकाल देता है।
- जोड़ों के दर्द को दूर करता है.
- यह सर्दी में भी फायदेमंद है। हिस्टीरिया रोग से छुटकारा पाने के लिए अजवायन फायदेमंद है।
Cinnamon
- इससे पेट का भारीपन दूर हो जाता है।
- ये तो बस पेड़ की छाल है. मसालों के रूप में भोजन को स्वादिष्ट एवं सुपाच्य बनाता है।
- इसकी छाल का तो प्रयोग किया ही जाता है, इसका तेल तो और भी फायदेमंद होता है और कई औषधियों में प्रयोग किया जाता है।
- अगर उल्टी आ रही हो तो दालचीनी का तेल फायदेमंद है।
- यदि आप घबराये हुए हैं, तो यह आपको स्थिरता देता है, ताकत देता है।
- यह दस्त में भी फायदेमंद है।
Small Cardamom
- यह हमारे व्यंजनों में सुगंध और स्वाद जोड़ता है।
- पेट का भारीपन दूर करता है। खाना पचाता है.
- अपनी पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए छोटी इलायची, लौंग और अदरक को मिलाकर पाउडर के रूप में खाएं, फायदा होगा।
- मुंह का स्वाद बेहतर करने के लिए इसे चाय, दूध आदि में मिलाया जाता है।
Tulsi
![घरेलू मसालों के गुण [Properties Of Home Spices] 2 तुलसी :](https://freeilaj.com/wp-content/uploads/2022/02/tulsi.jpg)
- तुलसी के पौधे का धार्मिक महत्व है और इसकी पूजा की जाती है।
- त्वचा संबंधी रोग होने पर तुलसी की पत्तियों को पीसकर लगाया जाता है।
- यह घावों के लिए भी फायदेमंद है।
- कान के रोगों में तुलसी के रस की बूंदें कान में डालने से लाभ होता है।
- तुलसी के पत्तों में विशेष कीटनाशक गुण होते हैं।
- तुलसी का अर्क मोतियाबिंद के लिए उपयोगी है। 7. पेट संबंधी विकार दूर करता है।
- सांस संबंधी बीमारियों से छुटकारा.
- अगर आपको सर्दी-जुकाम है तो तुलसी के पत्तों को उबालकर पिएं। लाभ मिलेगा.
- तुलसी के बीज से पेशाब की समस्या दूर हो जाती है।
Jamun
- जामुन के बीज मधुमेह में फायदेमंद होते हैं।
- पेचिश का इलाज ब्लैकबेरी से किया जाता है। अस्थमा के मरीजों के लिए जामुन फायदेमंद होता है।
- अगर आपके मुंह में छाले हैं तो पके हुए ब्लैकबेरी खाएं।
- साथ ही गले की खराश से भी राहत मिलती है।
- यह लीवर रोग में उपयोगी है।
Castor
- अरंडी के तेल का उपयोग हल्के रेचक के रूप में किया जाता है।
- अरंडी का उपयोग गर्भनिरोधक दवाइयों में किया जाता है।
- अरंडी के बीज जहरीले होते हैं इसलिए सावधान रहें और इनका प्रयोग सीमित मात्रा में ही करें। अगर इसका अधिक सेवन किया जाए तो यह मौत का कारण बन सकता है।
Datura
- स्तनों में सूजन होने पर धतूरे की पुल्टिस बनाकर लगाएं।
- यदि स्तनों में दूध अधिक बनने लगे तो सूजन आ जाती है। इसलिए मां को स्तनपान कराने में पीछे नहीं रहना चाहिए, नहीं तो उसे यह बीमारी हो सकती है।
- धतूरा अस्थमा के लिए भी बहुत उपयोगी है। इसकी पत्तियों को जलाकर उसका धुआं लेने से अस्थमा के रोगी को राहत मिलती है।
Bell
![घरेलू मसालों के गुण [Properties Of Home Spices] 3 200px Bael %28Aegle marmelos%29 fruit at Narendrapur W IMG 4099](https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/c/ce/Bael_%28Aegle_marmelos%29_fruit_at_Narendrapur_W_IMG_4099.jpg/200px-Bael_%28Aegle_marmelos%29_fruit_at_Narendrapur_W_IMG_4099.jpg)
- बेल पाचन क्रिया को तेज करता है। इसके फल में पेक्टिन होता है जो भोजन को जल्दी पचाता है।
- बेल का जूस पीने से आंतों को ठंडक मिलती है।
- बेल के पके और अधपके दोनों ही फल औषधि हैं।
- बेल के पत्तों और फलों का धार्मिक महत्व है और इन्हें शिव पूजा में चढ़ाया जाता है।
- बेल पेचिश में भी बहुत उपयोगी है।
Licorice
![घरेलू मसालों के गुण [Properties Of Home Spices] 4 240px Illustration Glycyrrhiza glabra0](https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/d/dd/Illustration_Glycyrrhiza_glabra0.jpg/240px-Illustration_Glycyrrhiza_glabra0.jpg)
- मुलेठी के पौधे की जड़ खांसी में बहुत फायदा करती है।
- अगर आपके गले में खराश है तो थोड़ी सी मुलेठी अपने मुंह में रखें। लाभ होगा. गला तर रहेगा.
- यदि सिर में कोई रोग हो जाए या त्वचा खराब हो जाए तो मुलेठी के पत्तों को उबालकर ठंडा कर लें और धीरे-धीरे सिर को धोएं। पत्तों को कुचलकर बांध लें। सिर की त्वचा के दोष दूर हो जायेंगे।
- पेट में अल्सर होने पर मुलेठी का रस उपयोगी होता है।
Gooseberry
![घरेलू मसालों के गुण [Properties Of Home Spices] 5 आँवला](https://freeilaj.com/wp-content/uploads/2022/05/amla.jpg)
- इसका उपयोग हल्के रेचक के रूप में किया जाता है
- आंवला चाहे सूखा हो या हरा, फायदेमंद होता है। यह विटामिन सी का भंडार है.
- लीवर की बीमारी होने पर आंवला फायदेमंद होता है।
- आंवले के शर्बत से हृदय रोग ठीक हो जाते हैं।
- अस्थमा के मरीजों के लिए आंवला वरदान है
- दस्त में लाभकारी.
- पेचिश के रोगी ठीक हो जाते हैं।
- आंवले का शर्बत पेट के रोग और यकृत के विकार को ठीक करता है।
- आंवले का मुरब्बा शरीर को ऊर्जा देता है. ताकत और नया जीवन देता है.
Quinine
![घरेलू मसालों के गुण [Properties Of Home Spices] 6 220px Cinchona.pubescens01](https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/6/66/Cinchona.pubescens01.jpg/220px-Cinchona.pubescens01.jpg)
- यह मलेरिया की सर्वोत्तम औषधि है। हृदय रोगी कदापि न करें कुनैन का प्रयोग, रहें सावधान।
- अमोनिया पेचिश में राहत देता है।
- कुनैन निनकोना पेड़ की छाल में पाया जाता है।
- इलाज कोई भी हो, उसका प्रयोग सीमित मात्रा में करें, नहीं तो चक्कर आने लगेंगे।
- इसे जोड़ों पर लगाने से जोड़ों का दर्द ठीक हो जाता है।
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