शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी लोगों को रोजाना कम से कम 3-4 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है। प्यास बुझाने के अलावा पानी पूरे शरीर में ऑक्सीजन के संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह भोजन के पाचन में भी अहम भूमिका निभाता है। पानी लार का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो भोजन को तोड़ने में मदद करता है।

घर बैठे करें अत्यधिक प्यास का सरल उपाय
प्यास का उपचार
शरीर को पानी की आवश्यकता होने पर पानी पीने की इच्छा होना। इस रोग में रोगी को अत्यधिक प्यास के साथ-साथ दर्द और चक्कर भी आते हैं।
इस रोग की एक अन्य औषधि पकी हुई इमली है। इमली के रस में चीनी मिलाकर उबालकर शरबत बनाना चाहिए। यह शरबत एक औंस (30 मिली) या 6 छोटे चम्मच की मात्रा में रोगी को दिन में चार बार देना चाहिए।
हरा नारियल का पानी प्यास के उपचार के लिए बहुत उपयोगी है। रोगी इसे जितना चाहे पी सकता है।
कच्चे आम को आग पर भून लें, जब बाहरी छिलका जल जाए तो उसे आंच से उतारकर ठंडा कर लें। इस फल के अंदर का गूदा निकालकर उसमें चीनी और पानी मिलाकर पेय बना लें। यह पेय प्यास बुझाने के लिए बहुत लाभकारी है।
ईंट के टुकड़े को अच्छी तरह गर्म करके पानी में भिगो दें या डुबो दें। फिर उस पानी को छानकर रोगी को पिला दें। इससे उसकी प्यास बुझ जाती है।
खीर, मूंग दाल का सूप, केला फल, अनार, आंवला और सफेद पेठा से बना पतला दलिया इस रोग में विशेष लाभकारी है। गर्म और मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
गर्मियों में लू लगने पर भी यह विशेष लाभ देता है।