बिच्छू डंक: विष लक्षण व उपचार

बिच्छू डंक मारने पर पहले पत्थर को साफ कर थोड़ा-सा पानी डालें, फिटकरी को उस पत्थर पर घिसें, फिर जहां बिच्छू ने काटा हो, वहां पर फिटकरी का लेप लगाकर आग से थोड़ा सकें। कैसा भी जहरीला बिच्छू का काटा क्यों न हो, इस फिटकरी के प्रयोग से जहर केवल दो ही मिनट में उतर जाता है।सर्वप्रथम डंक मारी हुई जगह पर से चार अंगुल ऊपर की तरफ मजबूत सुतली, रस्सी, कपड़े आदि से कसकर बांध दें ताकि बिच्छू का विष खून में मिलकर आगे न फैल सके।

यदि डंक दंश में रह गया तो किसी सेफ्टी पिन या चिमटी को आग की लौ में गर्म करने के बाद त्वचा में घुसे हुए डंक को उसकी सहायता से निकाल देना चाहिए और बिना समय नष्ट किये निम्न उपचारों में से किसी एक उपचार को अपनाना चाहिए।

बिच्छू के डंक मारने पर उपचार

  • बिच्छू के काटे स्थान पर चूना (कलई) बुझा लगातार लेप करें तथा प्याज को अच्छी तरह मलें। दंश स्थान पर फिटकरी का लेप करें।
फिटकरी
फिटकरी
  • विच्छू के डंक मारने पर दियासलाई (माचिस) की 5-7 तीली का मसाला उतारकर पानी में घिसकर बिच्छू के डंक मारने या डंक लगे स्थान पर लगाने से तत्काल बिच्छू का जहर उतर जाता है। इसे मधुमक्खी व बर्र के काटने पर लगाने से जहर फैलता नहीं और तुरन्त आराम मिलता है।
  • बारीक पिसे हुए सेंधा नमक को प्याज के टुकड़े पर रख, उस प्याज के टुकड़े को उस स्थान पर मलें, इससे जहर और डंक दोनों दूर होंगे
  • प्याज के रस में नौसादर मिलाकर बिच्छू के डंक पर लगाने से विष उतरता है। प्याज का रस भौरे व बरें के डंक पर भी फायदा करता है।
  • हल्दी की बुकनी अंगों पर डालकर उसका धुंआ बिच्छू के डंक मारने वाले स्थान पर देने से विष उतर जाता है। हल्दी की बुकली चिलम की तरह पीने से भी बिच्छू का विष उतरता है। इमली का बीज सेंका हुआ या कच्चा, सफेद दिखाई दे तब तक
  • घिसकर विच्छू के डंक पर चिपकाने से वह विष खींच लेता है। और वह स्वयं गिर जाता है व बिच्छू का विष उतर जाता है। रतालू के पत्तों को पीसकर बिच्छू के डंक पर लगाने से बिच्छू का विष उतरता है।
  • सूखा रतालू घिसकर लगाने से भी लाभ होता है।बेर के बीज का गूदा और पलाश के बीज समान मात्रा में मिलाकर मदार के दूध में छह घंटे तक खरल करके इसकी बाती बनाकर सुखा लें। इसे घिसकर बिच्छू के डंक पर लेप करने से बिच्छू का जहर उतर जाता है।

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