बच्चों में दस्त का उपचार: दूध का सेवन कम करने और पाचन तंत्र में संक्रमण के कारण बच्चों को दस्त या डायरिया की समस्या हो जाती है। बच्चों का मल बदबूदार होता है और उसका रंग हल्का पीला रहता है।
बच्चों में दस्त के लक्षण
बच्चों में दस्त (डायरिया) के कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- बार-बार ढीले मल त्यागना: बच्चे को दिन में तीन या उससे अधिक बार पतला, पानी जैसा मल त्याग हो सकता है।
- पेट में दर्द या ऐंठन: बच्चे के पेट में दर्द या ऐंठन हो सकती है, जिसे वह रोने या बेचैन होने से व्यक्त कर सकता है।
- बुखार: दस्त के साथ हल्का या तेज बुखार भी हो सकता है।
- उल्टी: दस्त के साथ उल्टी भी हो सकती है, जो शरीर में तरल पदार्थ की कमी को और बढ़ा सकती है।
- भूख में कमी: बच्चे की खाने-पीने की इच्छा में कमी आ सकती है।
- थकान या कमजोरी: शरीर से तरल पदार्थ की कमी के कारण बच्चे को थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।
- निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन): यदि दस्त लंबे समय तक जारी रहता है, तो बच्चे में निर्जलीकरण के लक्षण दिखाई दे सकते हैं जैसे सूखे होंठ, प्यास में वृद्धि, कम पेशाब, सुस्ती, और रोते समय आंसू न आना।
यदि बच्चे में दस्त के साथ ये लक्षण नजर आएं, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए, ताकि उचित उपचार समय पर किया जा सके।
बच्चों में दस्त का उपचार

बच्चों में दस्त (डायरिया) का इलाज करने के लिए कुछ घरेलू उपाय मददगार हो सकते हैं। हालांकि, यदि समस्या गंभीर हो या बच्चा बहुत छोटा हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। यहाँ कुछ घरेलू उपचार दिए गए हैं:
1. ओआरएस (ORS) घोल:
- ओआरएस घोल बच्चों में दस्त के दौरान सबसे महत्वपूर्ण घरेलू उपचार है। यह शरीर में पानी और नमक की कमी को पूरा करता है।
- आप बाजार से ओआरएस पाउडर खरीद सकते हैं और इसे पानी में घोलकर बच्चे को दे सकते हैं।
- आप इसे घर पर भी बना सकते हैं: 1 लीटर उबले हुए ठंडे पानी में 6 चम्मच चीनी और 1 चम्मच नमक मिलाएं।
2. नारियल पानी:
- नारियल पानी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने में मदद करता है और दस्त के दौरान खोए हुए तरल पदार्थ की भरपाई करता है।
3. चावल का पानी:
- चावल का पानी दस्त रोकने में प्रभावी होता है। इसे बनाने के लिए, थोड़ा सा चावल पानी में उबालें और पानी को छान लें। इस पानी को ठंडा करके बच्चे को पिलाएं।
4. दही:
- दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आंत के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं और पाचन तंत्र को ठीक करने में मदद करते हैं। दस्त के दौरान बच्चे को दही खिलाएं।
5. केला:
- केला दस्त के दौरान खाना सुरक्षित होता है। इसमें पेक्टिन नामक फाइबर होता है जो मल को सख्त करने में मदद करता है। केला भी पोटैशियम से भरपूर होता है जो इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है।
6. अदरक का रस:
- अदरक का रस पेट दर्द और ऐंठन में आराम दिला सकता है। इसे शहद के साथ मिलाकर थोड़ा सा बच्चे को दें, लेकिन यह उपाय छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता।
7. सेब का सॉस:
- सेब के सॉस में भी पेक्टिन होता है, जो दस्त को रोकने में सहायक होता है। यह आसानी से पच जाता है और बच्चों को पसंद भी आता है।
8. तरल पदार्थों का सेवन:
- बच्चे को तरल पदार्थ जैसे साफ पानी, छाछ, लस्सी, हल्का सूप आदि पिलाते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
ध्यान देने योग्य बातें:
- बच्चे को भारी और मसालेदार भोजन न दें।
- दस्त के दौरान बच्चे को हाइड्रेट रखना सबसे महत्वपूर्ण है। उन्हें बार-बार थोड़ा-थोड़ा पानी या ओआरएस दें।
- यदि दस्त 24 घंटे से अधिक समय तक बना रहता है, बच्चा सुस्त हो रहा है, या निर्जलीकरण के लक्षण दिखने लगते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इन घरेलू उपायों का प्रयोग करने से पहले यदि बच्चे की स्थिति गंभीर हो रही है, तो बिना देर किए चिकित्सीय परामर्श लेना आवश्यक है।
आशा है यह जानकारी आप के बच्चे के लिए बहुत काम आएगी और साथ freeilaj आप के बच्चे की अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता है |