कील मुहांसों का इलाज:
मेथी की पत्तियों को चटनी की तरह पतला पेस्ट बनाकर रात को सोने से पहले पूरे चेहरे पर लगाने से कील मुहांसों की संभावना खत्म हो जाती है। इसके इस्तेमाल से चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़तीं। चेहरे पर एक विशेष आभा बनी रहती है।
संतरे के छिलकों का उपयोग पिंपल्स के इलाज के लिए किया जाता है। छिलकों को छाया में सुखाकर पाउडर बना लें। एक साफ बर्तन में इकट्ठा हुए बारिश के पानी में पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें।
इसे बनाकर पिंपल्स पर लगाने से राहत मिलती है और चेहरे की खूबसूरती निखर जाती है।
चेहरे पर किसी भी तरह का पेस्ट या मास्क लगाने के बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। अगर पानी में डेटॉल की एक या दो बूंदें डाल दी जाएं तो किसी भी तरह का संक्रमण होने की आशंका नहीं रहती है।
चंदन के तेल और सरसों के तेल को 1:2 के अनुपात में मिलाकर लगाने से कील-मुंहासों की जलन शांत हो जाती है। गर्मियों में चंदन पाउडर को पानी में मिलाकर रोजाना चेहरे पर मलने से भी फायदा होता है। दिन में दो बार चेहरे पर नारियल पानी लगाकर नाखून साफ करें
मुहांसों से राहत दिलाता है. जलन भी शांत हो जाती है.
संतरे के छिलके के पाउडर में बराबर मात्रा में बेसन मिलाकर सादे पानी के साथ घोल बनाकर चेहरे पर लगाएं। एक हफ्ते में ही फर्क दिखने लगेगा, लेकिन तीन से चार हफ्ते तक लगाने से मुंहासे साफ हो जाएंगे।
बारीक दालचीनी पाउडर में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे कील-मुंहासों पर लगाने से बहुत फायदा होता है।
आप संतरे के छिलके के पाउडर में गुलाब जल भी मिला सकते हैं। इसे चेहरे पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें। पिंपल्स धीरे-धीरे कम होने लगेंगे।