कान में दर्द और सूजन कहीं भी और कभी भी हो सकती है। दर्द के अलावा कई बार कान में सूजन की समस्या भी हो सकती है। कई बार बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी कान में सूजन आ जाती है। वहीं दांत में दर्द की वजह से भी कान में सूजन की समस्या हो जाती है। कान में दर्द होने पर आपको सूजन, खुजली, जलन और दर्द की समस्या हो सकती है, जिससे बचने के लिए आप कुछ आसान घरेलू उपाय अपना सकते हैं।
कान संक्रमण उपचार
तगर, जटागंशी, हल्दी, लाल चंदन, सिरस की छाल, मुलहठी, छोटी इलायची, कूठ, सुगन्धवाला आदि औषधियों को पीसकर घी में मिलाकर हल्का गर्म करके सूजन वाले भाग पर लगाने से शीघ्र लाभ होता है। अलसी, रास्ना, मेथी, कूट, सरसों, काला जीरा, हल्दी और दारूहल्दी को बराबर मात्रा में लेकर कांजी में पीसकर लेप करें।
धतूरे के पत्तों के रस में वत्सनाग, सोंठ, कुटी और भृंगश्रृंग को पीसकर थोड़ी अफीम मिलाकर प्रभावित भाग पर लगाने से कर्ण नलिका की सूजन नष्ट होती है। स्तनशोथ में धतूरा (बोलाडोना) लगाने से सूजन नष्ट होती है।
इन्द्रायण फल और जंगली प्याज को बराबर मात्रा में पीसकर हल्का गर्म करके लेप करने से सूजन दूर होती है। भृंगश्रृंग भस्म और संजीवनी वटी दोनों 120-120 मिलीग्राम हैं। अदरक का रस या गर्म पानी पर्याप्त मात्रा में पीने से कान की सूजन नष्ट हो जाती है। नागफनी (कैक्टस) के कांटे निकालकर उसमें थोड़ी सी हल्दी मिलाकर, उसे कड़वे तेल में पकाकर सूजन पर लेप करने से सूजन ठीक हो जाती है। ये उपाय करने से कान की सूजन से राहत मिलेगी।