कैंसर कैसे बनता है और कैंसर रोग का उपचार क्या हैं , आइये इसे जानें ? कैंसर तब शुरू होता है जब कोशिका के डीएनए में कोई त्रुटि (म्यूटेशन) आ जाती है। ये कोशिकाएं फिर अनियंत्रित रूप से विभाजित होती हैं और बढ़ती रहती हैं। ये कोशिकाएं मिल कर कैंसर बनाती हैं।

कैंसर रोग का उपचार
विषाणुओं के संक्रमण और सूर्य के प्रभाव से शरीर की कोशिकाएं कैंसर का रूप धारण कर लेती हैं। सभी प्रकार के कैंसर रोगों के लक्षण और स्थितियां भिन्न होती हैं। कैंसर के रोगी को छः महीने तक आग पर पका हुआ किसी भी प्रकार का भोजन नहीं करना चाहिए।
कैंसर रोग का उपचार
- गेहूं के दानों को दस-बारह घन्टे भिगोकर वह पानी पीने से भी कैंसर में लाभ होता है।
- प्रारम्भिक दो महीने तक रोगी को केवल अंगूर ही खाने चाहिए। अंगूर के साथ अन्य फलों का आहार लिया जा सकता है। टमाटर, सन्तरा मौसमी, काजू और बादाम भी खाये जा सकते हैं।
- गेहूं के पौधे का रस कैंसर के रोगियों के लिए अत्यन्त उपयोगी माना गया है। गेहूं के पौधे का रस कैंसर के विषाणुओं के प्रभाव को रोकता है।
- कैंसर के रोगी को चटपटा, तला हुआ, मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए। सब्जियों को भूनकर व तलकर भी नहीं खाना चाहिए।
दही का प्रयोग
दही का प्रयोग करते रहने से कैंसर की सम्भावना समाप्त हो जाती है। दही का 80 प्रतिशत से अधिक भाग शरीर में खप जाता है कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो कैंसर को नष्ट करते हैं। साबुत दालें, पत्तागोभी, गाजर, नींबू, मौसमी तथा इसी प्रजाति की अन्य सब्जियों तथा फलों में कैंसर नष्ट करने का गुण होता है। अतः इन सब्जियों का प्रयोग काफी मात्रा में करना चाहिए।
अंगूर के साथ अन्य फलों का आहार
- इन दिनों रोगी को केवल अंगूरों पर रखा जाये, तथा उसे पूर्ण आराम करना चाहिए। सब्जियों को अधिक भून व तलकर भी नहीं खाना चाहिए। इसको खाने से रोग में वृद्धि होती है। उनके बाद अंगूर के साथ अन्य फलों का आहार लिया जा सकता है। टमाटर, सन्तरा, मौसमी, काजू और बादाम भी खाए जा सकते हैं।
गेहूं का पौधा से उपचार
गेहूं का पौधा जब छः सात इंच का हो जाए तो उसकी जड़ काटकर अलग कर दें। शेष पौधे को अच्छी तरह साफ करके पेस्ट-सा बनाकर उसका रस निकाल लें। प्रतिदिन प्रातः एवं सायं यह रस पीने से कैंसर के मुर्दा रोगी में भी जान आ जाती है।| कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो कैंसर को नष्ट करते हैं। साबुत दाल, पत्तागोभी, फूलगोभी, गाजर, नींबू, मौसमी तथा इसी प्रजाति की अन्य सब्जियों तथा फलों में यह गुण होता है। कैंसर वाले रोगियों को उक्त फल और सब्जियां काफी मात्रा में प्रयोग करनी चाहिए।
भोजन में डबलरोटी
कैंसर के बचाव के लिए रोगी के भोजन में डबलरोटी की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए | क्योंकि डबलरोटी अन्य खाद्य पदार्थों की अपेक्षा जल्दी पच जाती है। इसलिए आंतों का कैंसर होने की संभावना नहीं रहती।
कैंसर के उपचार प्रकारों में ये सभी शामिल हैं, पर ये फ्री नहीं हैं
- कीमोथेरेपी
- रेडिएशन थेरेपी
- सर्जरी
- हार्मोन थेरेपी
- इम्यूनोथेरेपी
- टारगेट थेरेपी
- स्टेम सेल ट्रांसप्लांट
- बायोमार्कर टेस्टिंग