आंखों को तकलीफ हो तो गाय का दूध ज्यादा पीना चाहिए। मेथी, भिंडी, पालक, केला, अंगूर, सेब, नारंगी, अनार आदि ज्यादा खाना चाहिए। खट्टी और तीखी चीजें नहीं खानी चाहिए।
तेज रोशनी और मानसिक तनाव से भी बचना जरूरी है क्योंकि इनकी वजह से तकलीफें और भी बढ़ सकती हैं। सौंफ और धनिया को समान मात्रा में लेकर उसमें भूरी शक्कर मिलाइए। इसको 10-10 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से लाभ होता हैं
प्याज का रस, शुद्ध शहद 10-10 मिली. भीमसेनी कपूर 3 ग्राम-तीनों को अच्छी तरह मिलाकर शीशी में भर लें और रात को सोते समय सलाई से आंखों में अंजन करें। सुबह को भी ऐसा करें, इससे मोतियाबिन्द में काफी लाभ होता है।
एक चम्मच पसा हुआ धनिया, एक कप पानी में उबालकर छान लें। ठंडा होने पर आंखों में डालें। इस प्रयोग से मोतियाबिन्द ठीक हो जाती है।
बादाम की गिरी और 7 काली मिर्च को पीसकर पानी मिलाकर 1 छलनी से छान लें। उसमें मिश्री मिलाकर पीने से लाभ होता है। गाजर, पालक और आंवले के रस का सेवन करने से मोतियाबिन्द बढ़ता नहीं और दो-तीन महीने में ही कटकर साफ हो जाता है।
10 ग्राम सफेद डेकन पेप्पर और 50 ग्राम बादाम की गिरी एक साथ पीसकर उसमें ग्राम भूरी शक्कर तथा 20 ग्राम घी मिलाएं। इस मिश्रण को 20-20 ग्राम सुबह-शाम लेने से मोतियाबिन्द ठीक हो जाता है।