वायविडंग, त्रिफला और सोंठ का चूर्ण बनाकर शहद के साथ चाटने से कफज, वमन बंद होती है।
रस सिंदूर 1 मिग्रा, धनिया, भुना जीरा, त्रिकुट और शहद मिलाकर चाटकर खाने से कफज वमन बंद होती है। धमासे का चूर्ण मधु के साथ सेवन कराने से वमन विकृति नष्ट होती है।
त्रिफला चूर्ण में वायविडंग और शुष्ठी चूर्ण मिलाकर शहद के साथ चाटकर खाने से कफज का निवारण होता है।
नागरमोधा और काकड़ासिंगी का चूर्ण मधु के साथ लेने से वमन नष्ट होती है।
सोंठ का चूर्ण 1 ग्राम में थोड़ा-सा सेंधा नमक मिलाकर जल के साथ सेवन करने से कफज वमन में लाभ होता है। आरोग्यवर्दिनी की गोली जल के साथ लेने से वमन नष्ट होता है।
पिप्पली एवं मरिच का चूरण 250 मिग्रा. में मधु मिलाकर चाटने से कफज, वमन नष्ट होती है।